गाज़ियाबाद - उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी श्री आदित्यनाथ कितनी भी मफ़िआओ के विरुद्ध कानून बनाने या कार्यवाही की बात करे। धरातल की सच्चाई कुछ और ही है। पूरे प्रदेश में हर जिले और हर शहर में अतिक्रमण करने वालो का कार्य पुरे जोरो शोरो से जारी है।
अतिक्रमण चाहे ग्रीन बेल्ट बेल्ट पर अवैध नर्सरिया नर्सरिया बनाकर हो या अवैध दुकानें व् ठीये ठीये बनाकर या फिर पूरे शहर में साइकिल ट्रैक पर अवैध ठेलिया ठेलिया और ठीये लगाकर अतिक्रमण की बात हो या फिर सड़क को घेर कर ठेली ठेली और पटरी लगाने की बात हो पूरे प्रदेश में हर शहर में अतिक्रमण पूरे जोर-शोर से जारी है।
यह तस्वीर गाजियाबाद से हैं, गाजियाबाद के जस्सीपुरा मोड की तस्वीर है जहां पर बहुत ज्यादा मात्रा में ट्रैफिक हो जाता है। खाने पीने और अवैध ठेलिया और अतिक्रमण के कारण यहां पर जाम की स्थिति बनी रहती है परंतु यहां पर अवैध ठेली और अतिक्रमण करके जाम लगाने वालों का जैसे राज चलता है इन्हें ना कोई रोक सकता ना कोई मना कर सकता है।
पब्लिक को जनता को कोई भी परेशानी हो इससे किसी को कोई मतलब नहीं क्योंकि इनका यह व्यापार और अतिक्रमण लोकल पुलिस के संरक्षण में चलता है, यहां से प्रतिदिन लाखो लोग और शासन प्रशासन के सभी अधिकारी गुजरते हैं सामने जिला अस्पताल है परंतु खाने-पीने की ठेलियो पर हाइजेनिक होने जैसी या फिर लाइसेंस जैसी कोई भी बात नहीं दिखाई देती है. सब बिना लाइसेंस के और उनहिजेनिक तरीके से खाना बना रहे हैं और परोस रहे हैं और खाने के साथ परोस रहे हैं कितनी ही बीमारिया , परंतु जब सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का।
जब पुलिस का हाथ सर पर हो तो फिर डर किस से हो. अब देखना यह है कि क्या किसी शासन प्रशासन के अधिकारी की आंख खुलती है और इन ठेली पटरी वालों के अवैध अतिक्रमण को हटा कर जनता को बीमारियों से और जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कोई प्रयास है पहल की जाएगी या अतिक्रमण यूँ ही जारी रहेगा।